Monday, April 22, 2013

आज थोडा

आज थोडा जी ही लेते है...
ख्वाब थोडे पी ही लेते है...

दिल की है ऑंखे
ऑंखोमें मंज़ील
मंज़ील में राहें
राहो पे मुश्कील
मुश्कीलोको थोडा सीही लेते है...

दिल में है तू
तुज़में है प्यार
प्यार में है रब
रब का है संसार
संसार में बंदगी भर ही देते है...

दुनियामें लोग
लोगोका काम
काम में दरारे
दरारो में हार
दोस्त बनाके हाथ मिलाही लेते है...

लोगोके रिश्ते
रिश्तो के नाम
नाम से वजूद
रिश्ता ही पेहेचान
रिश्तोको आज पेहेचान ही लेते है...

-प्रथमेश किशोर पाठक

8 comments:

  1. Doston main pyar karne ki koi permission nahi hoti!
    Dosti main zagadne ki koi wajah nahi hoti!
    Dosti main ruswai koi baat nahi hoti !
    Dosti dosti hi hoti hai ......
    Uski koi maryada nahi hoti !
    Maryada umar ki hoti , jajbat ki hoti hai, wichar ki hoti hai ... magar maryadaon se dosti jarur ho sakati hai !!!!!

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  2. लोगोके रिश्ते
    रिश्तो के नाम
    नाम से वजूद
    रिश्ता ही पेहेचान
    रिश्तोको आज पेहेचान ही लेते है...

    बढिया है :)

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  3. mast ahai. pan ek request ahai ke ashich ek kavita marathi madhye leha..

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    1. nakki prayatn karato similar concpet var marathi lihaycha- prathamesh

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